Ashwa Shabd Roop in Sanskrit with Hindi Meaning | अश्व शब्द रूप संस्कृत में हिंदी अर्थ के साथ

Ashwa Shabd Roop in Sanskrit | इस पोस्ट में हमलोग अश्व अकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द के शब्द रूप संस्कृत भाषा में पढेंगे।

Ashwa Shabd Roop in Sanskrit | अश्व शब्द रूप- परिचय

अश्व शब्द को संस्कृत में हिंदी के ‘घोड़ा (Ghoda)’ शब्द के लिए और अंग्रेजी में ‘हॉर्स (horse)’ के लिए उपयोग में लाया जाता है।

अश्व शब्द अजन्त (अकारांत) पुल्लिंग संज्ञा शब्द है। सभी पुल्लिंग संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनाते है। जैसे- देव, बालक, राम, वृक्ष, सुर, मानव, गज, दिवस, ब्राह्मण, छात्र, सूर्य, शिष्य, लोक, ईश्वर, नृप, कृष्ण, विद्यालय, ग्राम, तडाग, बाण, मृग, सर्प, शकट, दर्पण, दीप, छाग, कूप, चाप, चन्द्र आदि। कहीं – कहीं न् का ण् एवं स् का ष् हो जाता है।

अश्व शब्द के रूप संस्कृत में | Ashwa Shabd Roop in Sanskrit

Ashwa Shabd Roop in Sanskrit | अश्व शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में नीचे दिये गये हैं:

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमाअश्वःअश्वौअश्वाः
द्वितीयाअश्वम्अश्वौअश्वान्
तृतीयाअश्वेनअश्वाभ्याम्अश्वैः
चतुर्थीअश्वायअश्वाभ्याम्अश्वेभ्यः
पंचमीअश्वात्/अश्वाद्अश्वाभ्याम्अश्वेभ्यः
षष्‍ठीअश्वस्यअश्वयोःअश्वानाम्
सप्‍तमीअश्वेअश्वयोःअश्वेषु
सम्बोधनहे अश्व!हे अश्वौ!हे अश्वाः!

अश्व शब्द के रूप सातों विभक्ति में | Ashwa Shabd Roop in Sanskrit

Ashwa Shabd Ke Roop | अश्व शब्द के रूप सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में, हिंदी अर्थ के साथ नीचे दिये गये हैं:

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमाअश्वः (घोड़ा, घोड़ा ने)अश्वौ (दो घोड़ा, दो घोड़े ने)अश्वाः (अनेक घोड़ा, अनेक घोड़े ने)
द्वितीयाअश्वम् (घोड़ा को)अश्वौ (दो घोड़े को)अश्वान् (अनेक घोड़े को)
तृतीयाअश्वेन (घोड़ा से, घोड़ा के द्वारा)अश्वाभ्याम् (दो घोड़े से, दो घोड़े के द्वारा) अश्वैः (अनेक घोड़े से, अनेक घोड़े के द्वारा)
चतुर्थीअश्वाय (घोड़ा को, घोड़ा के लिए)अश्वाभ्याम् (दो घोड़े को, दो घोड़े के लिए)अश्वेभ्यः (अनेक घोड़े को, अनेक घोड़े के लिए)
पंचमीअश्वात्/अश्वाद् (घोड़ा से)अश्वाभ्याम् (दो घोड़े से)अश्वेभ्यः (अनेक घोड़े से)
षष्‍ठीअश्वस्य (घोड़ा का, घोड़ा के, घोड़ा की)अश्वयोः (दो घोड़े का, दो घोड़े के, दो घोड़े की)अश्वानाम् (अनेक घोड़े का, अनेक घोड़े के, अनेक घोड़े की)
सप्‍तमीअश्वे (घोड़ा में, घोड़ा पर)अश्वयोः (दो घोड़े में, दो घोड़े पर)अश्वेषु (अनेक घोड़े में, अनेक घोड़े पर)
सम्बोधनहे अश्व! (हे घोड़ा!)हे अश्वौ! (हे दो घोड़े!)हे अश्वाः! (हे अनेक घोड़े!)

Ashwa Shabd Roop in Sanskrit in All Vibhakti and All Vachan with Hindi Meaning

अश्व शब्द अजन्त (अकारांत) पुल्लिंग संज्ञा शब्द के रूप संस्कृत के सातों विभक्ति में एवं तीनों वचनों में, हिंदी अर्थ के साथ नीचे दिये गये हैं:

विभक्तिएकवचनद्विवचनबहुवचन
प्रथमाअश्वः (घोड़ा, घोड़ा ने)अश्वौ (दो घोड़े, दो घोड़े ने)अश्वाः (अनेक घोड़े, अनेक घोड़े ने)
द्वितीयाअश्वम् (घोड़ा को)अश्वौ (दो घोड़े को)अश्वान् (अनेक घोड़े को)
तृतीयाअश्वेन (घोड़ा से, घोड़ा के द्वारा)अश्वाभ्याम् (दो घोड़े से, दो घोड़े के द्वारा) अश्वैः (अनेक घोड़े से, अनेक घोड़े के द्वारा)
चतुर्थीअश्वाय (घोड़ा को, घोड़ा के लिए)अश्वाभ्याम् (दो घोड़े को, दो घोड़े के लिए)अश्वेभ्यः (अनेक घोड़े को, अनेक घोड़े के लिए)
पंचमीअश्वात्/अश्वाद् (घोड़ा से)अश्वाभ्याम् (दो घोड़े से)अश्वेभ्यः (अनेक घोड़े से)
षष्‍ठीअश्वस्य (घोड़ा का, घोड़ा के, घोड़ा की)अश्वयोः (दो घोड़े का, दो घोड़े के, दो घोड़े की)अश्वानाम् (अनेक घोड़े का, अनेक घोड़े के, अनेक घोड़े की)
सप्‍तमीअश्वे (घोड़ा में, घोड़ा पर)अश्वयोः (दो घोड़े में, दो घोड़े पर)अश्वेषु (अनेक घोड़े में, अनेक घोड़े पर)
सम्बोधनहे अश्व! (हे घोड़ा!)हे अश्वौ! (हे दो घोड़े!)हे अश्वाः! (हे अनेक घोड़े!)

अश्व शब्द रूप प्रश्नोत्तरी | Ashwa Shabd Roop in Sanskrit Questions Answers

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